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Wednesday, 18 July 2018

Antivirus क्या है


                       Antivirus क्या है




आज  लोग मोबाइल और कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं और हम सब कंप्यूटर और मोबाइल में अपना पर्सनल डाटा जैसे की वीडियो ऑडियो फोटो इत्यादि सेव करके रखते हैं. और जब भी हमें जरुरत पड़ती है तब हम इनका इस्तेमाल बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं.लेकिन हम यह कभी नहीं सोचते कि अगर कभी हमारा डाटा हमारी मर्जी के बगैर चोरी हो जाए या खराब कर दिया जाए या हैकर दिया जाए तो हम क्या करेंगे शायद ही आपके साथ ऐसा कभी हुआ हो कि आपके फोन या कंप्यूटर का डाटा खराब हो गया  और आपको उसका कारण भी पता ना चला हो.

कंप्यूटर में या फ़ोन में डेटा खराब होने के सिर्फ कुछ ही कारण होते हैं और जिनमें सबसे बड़ा कारण होता है वायरस. कुछ लोग अपने फायदे के लिए दूसरे लोगों के फोन और कंप्यूटर के डाटा को हैक कर लेते हैं उसे खराब कर देते हैं इन्हीं सब से बचने के लिए हम एंटीवायरस का इस्तेमाल करते हैं तो अगर आपको नहीं पता की एंटीवायरस क्या है ? तो इस पोस्ट में हम आपको पूरी जानकारी देंगे .


एंटीवायरस सॉफ्टवेयर एक ऐसा प्रोग्राम है जो कि कंप्यूटर में आने वाले वायरस को सर्च करके उन्हें कंप्यूटर से डिलीट करता है और कंप्यूटर में आने से रोकता है .जिससे हमारा कंप्यूटर ज्यादा सुरक्षित रहता है.अगर आप अपने कंप्यूटर पर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. तो आपके कंप्यूटर पर वायरस आना बहुत ही आसान है. क्योंकि इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी वेबसाइट है जो कि सिर्फ यही काम करती हैं कि लोगों के कंप्यूटर में वायरस डालना और उनके कंप्यूटर को हैक करना क्या उनके डाटा को ख़राब  करना । तो इन सब वायरस  से बचने के लिए हम कंप्यूटर में एंटीवायरस का इस्तेमाल करते हैं.

अब इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होने लग गया है. इसी कारण  अब और भी ज्यादा खतरनाक वायरस कंप्यूटर में आने का खतरा रहता है और सभी वायरस एक जैसे काम नहीं करते कुछ वायरस सिर्फ आपके कंप्यूटर को हैक करने के लिए होते हैं कुछ वायरस आपके डाटा को खराब करने के लिए होते हैं और कुछ वायरस बहुत ज्यादा खतरनाक होते हैं जो कि आपके पूरे कंप्यूटर डाटा को लॉक कर देते है और और उसे फीर अनलाक करने के लीये पैसे मागते है।

 कैसे काम करता है


एंटीवायरस हमारे कंप्यूटर की सभी फाइलों को स्कैन करता है । जिससे उन्हें हमारी फ़ाइल और वायरस के बीच में अंतर पता चल जाता है और वह हमारे कंप्यूटर में आने वाले वायरस को पहचान लेते हैं और उन्हें कंप्यूटर में आने से रोकते हैं. लेकिन वायरस को स्कैन करने का तरीका या वायरस का पता लगाने का तरीका अलग-अलग होता है क्योंकि वायरस अलग-अलग तरह के होते हैं तो उन्हें डिटेक्ट करने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है.


अगर आपको हमारी पोस्ट पसदं आये तो कमेटं जरूर करना ।

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